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संसार का हर मनुष्य सुख–शांति की तलाश में रोज मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरूद्वारे में गुहार लगा रहा है। पूजा, पाठ, आरती, व्रत, उपवास, तीर्थ आदि धक्के खा खाकर इंसान थक गया है लेकिन सुख शांति से आज भी कोसों दूर है.. बल्कि दुख-अशांति बढ़ती जा रही है, इसका एकमात्र कारण है देह-अभिमान में वृद्धि होना… Read More »